मीनाक्षी मारवाङी के कुछ हास्य दोहे -
१. पूर्ण सफलता के लिये, दो चीजें रखे याद |
मंत्री की चमचागीरी, पुलिस का आशिर्वाद ||
२. कर्जा देता मित्र को, वो मूरख कहलाये |
महामूर्ख वो मित्र है, जो पैसा लौटाये ||
३. बिना जुर्म के पिटेगा, समझाया था तोये |
पंगा ले कर पुलिस से, साबुत बचा ना कोये ||
४. बुरे समय को देख कर, गंजे तू क्यों रोये |
किसी भी हालत में तेरा, बाल ना बांका होये ||
५. दोहों को स्वीकारिये, या दीजै ठुकराये |
जैसे मुझसे बन पड़े, वैसे दिये बनाये ||
@ मीनाक्षी मारवाङी
१. पूर्ण सफलता के लिये, दो चीजें रखे याद |
मंत्री की चमचागीरी, पुलिस का आशिर्वाद ||
२. कर्जा देता मित्र को, वो मूरख कहलाये |
महामूर्ख वो मित्र है, जो पैसा लौटाये ||
३. बिना जुर्म के पिटेगा, समझाया था तोये |
पंगा ले कर पुलिस से, साबुत बचा ना कोये ||
४. बुरे समय को देख कर, गंजे तू क्यों रोये |
किसी भी हालत में तेरा, बाल ना बांका होये ||
५. दोहों को स्वीकारिये, या दीजै ठुकराये |
जैसे मुझसे बन पड़े, वैसे दिये बनाये ||
@ मीनाक्षी मारवाङी
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